फरीदाबाद। फरीदाबाद पुलिस इन दिनों अपने अभिनव प्रयोगों के लिए चर्चा में है। बुलिंग निर्मूलन अभियान की तरह अब पुलिस आयुक्त ओपी सिंह ने बीट प्रणाली को आगे बढ़ाते हुए फैमिली पुलिस मैन की नियुक्त करने का निर्णय किया है। पहले लोगों के जैसे फैमिली डॉक्टर-वकील होते थे और उन्हें परिवार की समस्याओं की सारी जानकारी रहती थी। इसी तरह बीट इंचार्ज हर परिवार से जुड़ेगा।
Every family will have a family policeman like a family doctor in Haryana
Faridabad. Faridabad Police is in discussion these days for its innovative experiments. Like the Bullying Elimination Campaign, now Police Commissioner OP Singh has decided to appoint a family police man, advancing the beat system. Earlier people were like family doctors-lawyers and they had all the information about family problems. Similarly Beat Incharge will be associated with every family.
सीपी ने मंगलवार को सभी बीट इंचार्ज के साथ सेक्टर 21सी स्थित कार्यालय में मीटिंग की।
सीपी ने कहा कि फैमिली डॉक्टर-वकील की तरह बीट ऑफिसर को अपना फैमिली सेफ्टी ऑफिसर समझें, जो लोगों की पुलिस संबंधी समस्याओं की सुनवाई के लिए प्रतिबद्ध है, जिससे सम्बंधित व्यक्ति कभी भी सम्पर्क कर सकता है।
सीपी ओपी सिंह ने सभी बीट इंचार्ज को अपने बीट एरिया का नक्शा तैयार करने के निर्देश दिए।
पुलिस कमिश्नर ने बीट इंचार्जों से इस बीच प्रणाली लागू करने बारे में फीडबैक लिया और जाना कि बीट प्रणाली से पुलिस प्रशासन में क्या-क्या प्रशासनिक बदलाव हुए हैं और इसके क्या-क्या प्रशासनिक फायदे हमें प्राप्त हुए हैं।
बीट इंचार्ज ने मीटिंग के दौरान बताया कि यह बीट प्रणाली पुलिस प्रशासन और जनता दोनों के लिए कारगर साबित हो रहा है। इससे पुलिस प्रशासन को भी जनता के बीच रहकर लोगों से सरोकार होने का अवसर मिलेगा और आमजन को भी अपनी समस्याओं के लिए पुलिस प्रशासन तक अपनी शिकायतें पहुंचाने में आसानी होगी।
ओपी सिंह ने बताया कि पुलिस प्रशासन को इस नई व्यवस्था को आगे बढ़ाना चाहिए और जितना हो सके अपनी बीट एरिया के लोगों के साथ संपर्क स्थापित करना चाहिए, जिससे पुलिस प्रशासन को आमजन की समस्याओं को समझने में आसानी रहे और उनका समाधान उचित तरीके से किया जा सके।
उन्होंने कहा कि अच्छे प्रभाव वाले लोगों से मेलजोल बढ़ेगा। जो असामाजिक तत्व हैं या अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हैं, उन्हें पुलिस और पब्लिक का भय रहेगा और अपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगेगा।
पुलिस कमिश्नर ने आगे बताते हुए कहा कि बीट इंचार्ज को अपने बीट एरिया का एक नक्शा तैयार करना चाहिए, जिससे उन्हें अपने बीट एरिया को समझने में आसानी हो सके। अपने बीट एरिया में पड़ने वाले घरों और रास्तों के बारे में यदि एक नक्शा तैयार रहेगा, तो उन्हें अपने बीट एरिया के किसी भी स्थान तक पहुंचने में बहुत मदद मिलेगी।
सूत्रों का कहना है कि सीपी का यह प्रयोग सफल हुआ, तो इसे हरियाणा के अन्य जिलों में भी लागू किया जा सकेगा।